अलवर। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने अलवर में रिश्वत लेने के आरोप में पूर्व कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया, आरएएस अधिकारी अशोक सांखला और दलाल नितिन को गिरफ्तार किया है। नन्नूमल पहाड़िया का हाल ही अलवर कलेक्टर के पद से तबादला हुआ था। इसके बाद उनको जिला कलेक्टर आवास से रिश्वत लेने के आरोप में पकड़ा गया है। उसके बाद एसीबी तीनों आरोपियों को अलवर के  चिकित्सालय में मेडिकल मुआयने के लिए ले गई। प्रदेश में यह दूसरा केस है जब जिला कलेक्टर रहे आईएएस अधिकारी को भ्रष्टाचार के केस में गिरफ्तार किया गया है। ब्यूरो के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि इस संबंध में परिवादी ने ब्यूरो को शिकायत दी थी। परिवादी की शिकायत थी उनकी फर्म की ओर कराये जा रहे हाईवे निर्माण कार्यों में कोई बाधा उत्पन्न नहीं करने की एवज में उससे यह रिश्वत मांगी गई है। एसीबी ने जब शिकायत की जांच कराई तो वह सही पाई गई। यह राशि मासिक बंधी के रूप में मांगी गई थी। परिवादी इससे पहले पांच लाख रुपये की राशि दे चुका था।
  उसके बाद एसीबी के अतिरिक्ति महानिदेशक दिनेश एमएन के सुपरविजन में ब्यूरो की अलवर यूनिट के एएसपी विजय सिंह के नेतृत्व में इस कार्रवाई को  अंजाम दिया। एसीबी ने आरोपी अधिकारियों को ट्रेप करने के लिये अपना जाल बिछाया। एसीबी ने पांच लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में अलवर के पूर्व जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया, राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी अशोक सांखला और उनके दलाल नितिन को गिरफ्तार किया है। सांखला सैटेलमेंट ऑफिसर कम राजस्व अपील अधिकारी हैं। आरोपियों को न्यायाधीश के आवास पर पेश किया जाएगा। एसीबी की टीम ने अलवर के सामान्य चिकित्सालय में तीनों आरोपियों को ले जाकर उनका मेडिकल चेकअप कराया। मेडिकल के बाद एसीबी की टीम आरोपियों को लेकर एसीबी ऑफिस रवाना हो गई।
  अस्पताल में मेडिकल करवाने के बाद पूर्व जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया और आरएसअधिकारी अशोक सांखला से उनकी प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की तो दोनों खामोश ही दिखाई दिए। पूर्व जिला कलेक्टर रिश्वत लेने के आरोपों को इनकार करते रहे। ट्रेप की कार्रवाई के बाद अधिकारियों के ठिकानों की तलाशी भी ली गई। एसीबी पूरे मामले की जांच में जुटी है। जांच में और भी कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले बारां के तत्कालीन जिला को पेट्रोल पंप की एनओसी देने की एवज में रिश्वत लेते हुये गिरफ्तार किया गया था।