लुधियाना । 8 महीने के बाद एक बार फिर कोरोना ने लुधियाना जिले में ऐसा तांडव मचाया, जिसकी किसी ने कल्पना तक नहीं की थी। वर्ष 2020 के शुरूआती महीनों में कोरोना महामारी ने दस्तक दी थी और उसके बाद पहली बार शुक्रवार को एक दिन में सबसे ज्यादा 2007 संक्रमित मिले हैं, जबकि 9 पाजिटिव मरीजों की मौत हो गई। 2007 पाजिटिव मरीजोंं में से 1808 लुधियाना और 199 अन्य जिलों के मरीज हैं। इससे पहले 9 मई 2021 को एक दिन में सर्वाधिक 1880 पाजिटिव मरीज मिले थे और 22 की मौतें हुई थी। उस वक्त 1880 पाजिटिव मरीजों में से 1729 लुधियाना और शेष अन्य जिलों के रहे थे।

राहत की बात यह है कि शुक्रवार को मौत का आंकड़ा आठ माह पहले हुई 22 मौतों से काफी कम रहा, लेकिन 2007 मरीज पाजिटिव आने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। वह भी ऐसे समय में जब जिला प्रशासन आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगा है। इन डराने वाले आंकड़ों के बावजूद जनता अभी तक बेपरवाह है। आंकड़ों की बात करें तो पिछले छह माह में मात्र 843 पाजिटिव मरीज सामने आए थे, लेकिन नए साल के पहले 14 दिनों में ही यह आंकड़ा 7554 पहुंच गया है।

कोरोना कितना घातक हो रहा है, इसे अब बताने की जरूरत नहीं है। शहरवासियों को अब संभलने की जरूरत है और कोराना गाइडलाइंस की सख्ती से पालना करना अनिवार्य है। शुक्रवार को दम तोड़ने वालों में सात जिला लुधियाना और दो दूसरे जिले से हैं। दम तोड़ने वालों में ओमेक्स के 89 वर्षीय पुरुष, हैबोवाल की 53 वर्षीय महिला, बस्ती जोधेवाल का 71 वर्षीय पुरुष, जीटीबी का 72 वर्षीय पुरुष, नरिंदर नगर का 73 वर्षीय तथा ढंडारी कलां की 45 वर्षीय महिला शामिल है। जिले में कोरोना केसों की संख्या 94619 तक पहुंच गई है और कोरोना से 2134 मौतें हो चुकी हैं।