छत्तीसगढ़ में IAS अफसर समीर विश्नोई सहित 2 कोल व्यापारियों की गिरफ्तारी के बाद अब ED का शिकंजा रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू पर कसता जा रहा है। उनके सरकारी बंगले में कार्रवाई के बाद अब मंगलवार सुबह टीम उनके पैतृक निवास गरियाबंद पहुंच गई है। यहां टीम ने उनकी मां व जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू और चचेरे भाई शैलेंद्र साहू के घर पर छापा मारा है। करीब पांच घंटे से ज्यादा समय से दोनों जगहों पर जांच जारी है। लक्ष्मी साहू और शैलेंद्र साहू दोनों ही कांग्रेस नेता हैं। इसके साथ ही एक टीम ने कोरबा में आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त माया वारियर के दफ्तर पर फिर छापा मारा है। 

जानकारी के मुताबिक, रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के पैतृक गांव राजिम के पांडुका में ईडी की टीम तड़के करीब 5.30 पहुंची। CRPF जवानों के साथ पहुंची टीम ने जिला पंचायत सदस्य लक्ष्मी साहू और शैलेंद्र साहू के ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है। सूत्रों के मुताबिक, इसके बाद से दोनों के घरों में दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। घर के गेट को बंद कर दिया गया है और CRPF जवानों ने अपने कब्जे में ले रखा है। इस दौरान किसी को भी अंदर जाने और बाहर आने नहीं दिया जा रहा है। 

कोरबा में आदिवासी विकास विभाग फिर पहुंची ED
रानू साहू की करीबी सहायक आयुक्त आदिवासी विकास के कोरबा ऑफिस पर ईडी की टीम ने फिर से धावा बोला है। यहां भी टीम डेढ़ घंटे से दस्तावेजों को खंगाल रही है। सहायक आयुक्त माया वारियर के भिलाई आवास में जाने की खबर है, लेकिन पुष्टि नहीं हुई है। पांच दिन पहले भी प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आदिवासी विकास विभाग आयुक्त के दफ्तर में दबिश दी थी। बताया जा रहा है कि रायगढ़ की कलेक्टर रानू साहू जब पहले कोरबा में पदस्थ थीं तो उस दौरान दोनों अफसरों के बीच संबंध काफी मधुर थे। ऐसे में उनके कार्यकाल के दौरान की भी जांच की जा रही है।