झारखंड सरकार के डॉक्टरों ने शनिवार को बायोमेट्रिक अटेंडेंस मशीन में खामी बताते हुए इसका बहिष्कार किया और  इसमें अंगूठा नहीं लगाया। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक इसकी खामियां दूर नहीं हो जातीं तब तक वे ऐसा करते रहेंगे। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि बायोमेट्रिक सिस्टम से उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर उनमें कुछ का वेतन गलत तरीके से काटा गया है। नाम न छापने की शर्त पर स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, वेतन बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम के अनुसार दिया गया है। 

झारखंड स्वास्थ्य सेवा संघ (जेएचएसए) के आह्वान के बाद डॉक्टर समय पर अपने कार्यस्थल कार्यालयों, अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचे, लेकिन विरोध दर्ज करने के लिए उन्होंने बायोमेट्रिक अटेंडेंस मशीन में अंगूठा नहीं लगाया। जेएचएसए के एक पदाधिकारी ने बताया, इसके बजाय उन्होंने मैन्युअल अटेंडेंस रजिस्टर में हस्ताक्षर किए। 
 
जेएचएसए ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य विभाग ने कुछ चिकित्सा अधिकारियों के दिसंबर के वेतन को रोक दिया है और कुछ अन्य लोगों का वेतन काट लिया है, जिनकी बायोमेट्रिक अटेंडेंस पूरी नहीं हुई थी। 
 
स्वास्थ्य निदेशक डॉ. कृष्ण कुमार ने कहा, स्वास्थ्य निदेशालय रांची के उप निदेशकों ने आज बायोमेट्रिक सिस्टम से अपनी अटेंडेंस दर्ज कराई। इसलिए यह नहीं कहा जा सकता है कि सभी चिकित्सा अधिकारियों ने इसका बहिष्कार किया है।