इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के विभागों से संचालित होने वाले पाठ्यक्रम में प्रवेश को लेकर सीयूईटी काउंसलिंग शुरू हो चुकी है। इस बार विश्ववविद्यालय ने प्रवेश से जुड़े नियमों में बदलाव किया है। अब विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम से नाम हटवाने के लिए विभागों में जाकर आवेदन देने की जरूरत नहीं है। उनका प्रवेश काउंसलिंग स्थल पर निरस्त किया जा सकेगा। इसके लिए काउंसलिंग स्थल पर अलग से स्टाल लगाया है, ताकि छात्र-छात्राओं को सूची से नाम कटवाने में आसानी हो सके।

22 यूजी और 18 पीजी कोर्स में प्रवेश के लिए गुरुवार से सीयूईटी काउंसलिंग शुरू हो चुकी है। करीब 2500 सीटों के लिए 6300 विद्यार्थियों को बुलाया है। विद्यार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने कुछ नियमों में बदलाव किया है, जिसमें काउंसलिंग के दौरान छात्र-छात्राओं को दस हजार रुपये का डीडी लाना अनिवार्य नहीं है।साथ ही विद्यार्थियों को विभागों में जाकर प्रवेश निरस्त नहीं करवाना होगा।

पसंदीदा कोर्स नहीं मिलने की स्थिति में विद्यार्थी को पाठ्यक्रम से प्रवेश निरस्त करवाने के लिए काउंसलिंग स्थल पर आवेदन करना होगा। छात्र-छात्राएं पाठ्यक्रम बदलने के लिए भी विशेष व्यवस्था रखी है। काउंसलिंग स्थल पर विद्यार्थियों की समस्या का समाधान किया जाएगा।सीयूईटी समन्वयक डा. कन्हैया आहूजा का कहना है कि विश्वविद्यालय ने सिंगल विंडो व्यवस्था रखी है। काउंसलिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही विद्यार्थी प्रवेश निरस्त करवा सकेंगे।