भागलपुर। विदेशों में विभिन्न कंपनियों में बेहतर जाॅब दिलाने का झांसा देने वाले साइबर ठग जाॅब दिलाने के नाम पर लिंक भेज झटके में खाता खाली कर दे रहे हैं। बीते एक साल में साइबर शातिर दो दर्जन से अधिक पढ़े-लिखे लोगों के बैंक खाते से लाखों का चूना एक झटके में लगा चुके हैं।

MBA की छात्रा के खाते से लगभग दो लाख गायब

साइबर ठगी के शिकार लोगों में एमबीए की छात्रा, मेडिकल प्रोफेशनल, इंजीनियर आदि भी शामिल हैं। जरा भी ऐसे अनचाहे मैसेज या लिंक को टच किया नहीं कि आपके साथ साइबर फ्राॅड हो सकता है। जोगसर थानाक्षेत्र के हनुमान नगर की रहने वाली एमबीए की छात्रा अंशिका प्रिया से नौकरी के नाम पर खाते से एक लाख 75 हजार रुपये की साइबर ठगी एक झटके में कर ली गई।

घटना की बाबत छात्रा अपने मौसेरे भाई निशांत के साथ जोगसर थाने में 15 फरवरी 2024 की शाम शिकायत की थी। छात्रा बेंगलुरु में रहकर एमबीए की पढ़ाई कर रही थी। वहां से वह भागलपुर स्थित हनुमान नगर स्थित मौसी के यहां आई थी। इस दौरान उसके मोबाइल पर एक यूएस की कंपनी में नौकरी का अवसर बता लिंक भेजा गया था। जिसे क्लिक करते ही उसके खाते से एक लाख 75 हजार रुपये की निकासी कर ली गई।

स्त्री रोग विशेषज्ञ वीणा सिन्हा को लगा चुके हैं छह लाख का चूना

22 दिसंबर 2023 को साइबर शातिर ने इस बार स्त्री रोग विशेषज्ञ वीणा सिन्हा के खाते से छह लाख 35 हजार रुपये का चूना लगा दिया था। साइबर ठगी की जानकारी पर डा.सिन्हा के पुत्र सत्यशील कुमार ने जोगसर थाने में केस दर्ज कराया था। अब तक मामले में पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी है। एक दिसंबर 2023 को सुबह नौ बजे इंटरनेट बैंकिंग को ओपन किया। इंटरनेट बैंकिंग खोलने के तुरंत बाद चार चरणों में छह लाख 35 हजार रुपये की निकासी कर ली गई थी।

नाइजीरियन फेसबुक फ्रेंड ने 80 हजार का लगाया चूना

नाइजीरियन फेसबुक फ्रैंड सारा मोंबाटा ने 27 दिसंबर को साइबर ठगी को अंजाम देते हुए बेंगलुरु के बनसंकरी इलाके में रहने वाले इंजीनियर राकेश अग्रवाल को 80 हजार रुपये का चूना झटके में लगा दिया था। मामले में अब तक पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है। पुश्तैनी जमीन के कागजात दुरुस्त कराने भागलपुर पहुंचे राकेश अग्रवाल को उनकी नाइजीरियन फेसबुक फ्रेंड सारा मोंबाटा ने व्हाट्सएप्प काॅल कर बताया था कि वह इंडिया पहुंची है। दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग के अधिकारियों ने उसे रोक रखा है। पेनाल्टी के रूप में पांच लाख रुपये भरने को कह रहे हैं।

फेसबुक फ्रेंड के उस रिक्वेस्ट पर राकेश ने मोंबाटा के खाते में 80 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये। रुपये ट्रांसफर के बाद उसने मोबाइल पर काॅल रिसीव करना ही बंद कर दिया। अब तक मामले में साइबर टीम को कोई सफलता नहीं मिल सकी है।