लखनऊ। उत्तर प्रदेश में इससे पहले कि योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लें, अपराधी जुर्म ना करने की कसम खाने लगे हैं। योगी सरकार के पहले कार्यकाल में अपराधियों के हुए ताबड़तोड़ एनकाउंटर और एक बार फिर बदमाशों के खिलाफ सरकार की ओर से सख्त कदम उठाए जाने की संभावना को देखते हुए अपराधियों ने सरेंडर करना शुरू कर दिया है। बुधवार को चिलकाना थाने में चार हिस्ट्रीशीटरों ने पहुंचकर पुलिस के सामने हाजिरी लगाई।पिछले 2-3 दिनों में यूपी के कई हिस्सों से ऐसी तस्वीरें सामने आ चुकी हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 10 मार्च के बाद बदमाशों की गर्मी उतारने और मई-जून में शिमला बना देने का वादा किया था। ताजा मामला सहारनपुर में चिलकाना थाने का है। एसओ सत्येंद्र राय ने दो दिन पहले चिलकाना थाने का चार्ज संभाला था। इसके बाद उन्होंने हिस्ट्रीशीटर की निगरानी कराई। रात को जब पुलिस ने घर पहुंचकर दबिश दी तो खलबली मच गई। इसके बाद चार हिस्ट्रीशीटर लाइन लगाकर थाने पर पहुंचे। सभी ने अपराध न करने की कसम खाई। साथ ही कहा कि वह गांव में ही रहकर अपना काम करेंगे। जब भी पुलिस बुलाएगी थाने पहुंचकर हाजिरी लगाएंगे। उधर, एसओ चिलकाना सत्येंद्र राय ने कहा किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा। गलत काम करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। चिलकाना के बाद गागलहेड़ी थाने में भी हिस्ट्रीशीटर गले में तख्ती डालकर थाने पहुंचे। इसके बाद पुलिस के सामने हाथ जोड़कर अपराध से तौबा की। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार दोबारा बनने से उन्हें एकाउंटर का डर सता रहा है।