जयपुर । राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज मीडिया से बातचीत में कहा कि प्रशांत किशोर देश में एक ब्रांड बन गये हैं। प्रशांत किशोर को कई राज्यों में काम करने का अनुभव है। प्रशांत किशोर एक एजेंसी के रूप में देश भर में काम करते हैं जो प्रोफेशनल एजेंसीज से काम लेते रहते हैं। विपक्ष को एकजुट करने में प्रशांत किशोर काम कर रहे हैं।
सीएम ने कहा कि देश बहुत गलत दिशा में जा रहा है। हिंदू-मुस्लिम और धर्म के नाम पर खतरनाक राजनीति हो रही है। बीजेपी वाले हिंसा के आधार पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा यह गांधी का देश है जहां पर आपसी भाईचारा, प्रेम का माहौल होना चाहिए। जबकि यह लोग जानबूझकर हिंसा को बढ़ावा देने वाले लोग हैं, नफरत फैलाते हैं और इनका राष्ट्रवाद और हिंदुत्व केवल चुनाव जीतने के लिए ही सीमित है। सरकारों का कर्तव्य होता है कि अगर कहीं हिंसा हो रही है तो उसको रोके जबकि यहां उलटी गंगा बह रही है। मैंने सुना है कि प्रधानमंत्री सांसदों को कह रहे हैं कि जो किरोड़ी मीणा धमाल पट्टी कर रहे हैं वैसे ही करो। जिससे अशोक गहलोत को अपने ही घर में घेर सकें। गहलोत ने बीजेपी पर जोरदार कटाक्ष करते हुए कहा, यह लोग चुनी हुई सरकार गिरा रहे हैं। हमारी सरकार गिराने का प्रयास गृह मंत्री अमित शाह, गजेंद्र सिंह, धर्मेंद्र प्रधान ने किया। यह लोग ऐसा काम करें तो क्या मैं इनकी पूजा करूं? मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री के बारे में डिग्निटी के साथ मैं बोलता हूं। कोई व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करता हूं। यह सरकार गिराने का काम कर रहे हैं जबकि सरदार पटेल भी गृहमंत्री थे जो देश को जोडऩे वाला काम करते थे। इनसे पहले की सरकारों और उनके मुखिया की चिंता रहती थी कि लोग क्या कहेंगे जबकि यह लोग मानते हैं कि जो हमने कह दिया वही आखिरी और पत्थर की लकीर है। बीजेपी ने 6-6 मुख्यमंत्री के दावेदार बना दिया इसलिए एकजुटता नहीं और अब भुगतो। उन्होंने कहा, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया महाराणा प्रताप और सीता माता के लिए क्या क्या बोलते हैं। मुझे लगता है कि वे मेंटली डिस्टर्ब है। कटारिया का मैं व्यक्तिगत रूप से सम्मान करता हूं। उनको मैंने कई बार समझाने का प्रयास किया कि बिलो द बेल्ट हिट मत करो। महाराणा प्रताप के बारे में उन्होंने जो बात की उसको लेकर पूरे प्रदेश में भारी गुस्सा है और जो सीता और रावण के बारे में कहा उसको लेकर भी हिंदुओं में भारी गुस्सा है। हमारा हिंदुत्व एक धार्मिक भावना है, प्रेम भाईचारा का है हिंसा का कोई स्थान नहीं है हमारे हिंदुत्व में।