भोपाल । सितंबर से मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधानसभावार बूथ सम्मेलन करेगी। इसके पहले 31 अगस्त तक कार्यकर्ताओं को चुनाव प्रबंधन के साथ मतदाता सूची की जांच का प्रशिक्षण दिया जाएगा। पार्टी द्वारा नियुक्त बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) निर्वाचन आयोग के बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) के साथ दो अगस्त से घर-घर जाकर मतदाताओं के सत्यापन का काम करेंगे। शनिवार और रविवार को मतदान केंद्रों पर बैठेंगे। प्रदेश में मतदाता सूची के पुनरीक्षण का कार्य दो अगस्त से प्रारंभ हो रहा है।
नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस सर्वाधिक ध्यान बूथ प्रबंधन पर दे रही है। इसके लिए बूथ प्रबंधन प्रकोष्ठ ने जिला और विधानसभा प्रभारी नियुक्त कर प्रशिक्षण भी दिया गया था। अब ये सभी बूथ कमेटियों के सदस्यों को प्रशिक्षित करेंगे। इसमें मतदान के समय बरती जाने वाली सावधानियों के साथ मतदाताओं की पहचान को लेकर जानकारी दी जाएगी। वहीं, दो अगस्त से प्रारंभ होने वाले मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम में बूथ लेवल आफिसर (बीएलओ) के साथ बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) घर-घर जाकर मतदाताओं के सत्यापन का काम करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस अभी तक 61 हजार बीएलए नियुक्त कर चुकी है। ये सभी मतदाता सूची की गड़बडिय़ों को चिन्हित करके आपत्ति दर्ज कराएंगे। ऐसे मतदाता, जिनके नाम तो मतदाता सूची में दर्ज हैं पर वे उस स्थान पर नहीं रह रहे हैं, उनके नाम हटवाने के लिए आवेदन देंगे। साथ ही बूथ लेवल आफिसर को लेकर कोई शिकायत है तो उसकी शिकायत भी करेंगे।
मतदाता सूची से संबंधित कार्य के सह प्रभारी डा. संजय कामले ने बताया कि 31 जुलाई तक जिलों में बूथ समितियों के गठन का काम पूरा हो जाएगा। सितंबर से विधानसभावार बूथ सम्मेलन होंगे। मतदाता सूची और बीएलओ नियुक्ति को लेकर भोपाल, इंदौर, जबलपुर और देवास में शिकायतें सामने आई हैं।