कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जेडीएस सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले की जांच कर रही विशेष जांच दल (एसआईटी) पर भरोसा जताया है। उन्होंने कहा कि इस मामले को सीबीआई को सौपने की कोई जरूरत नहीं है। विपक्ष पर पलटवार करते हुए दावा किया कि भाजपा (राज्य में सत्ता में होने के बाद) ने कभी भी एक भी मामला सीबीआई को नहीं सौंपा।

सिद्धारमैया ने कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा सीबीआई को चोर बचाओ संस्थान कहककर पुकारते थे, और अब उन्हें सीबीआई से प्यार कैसे है?" कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की थी। इस पर सिद्धारमैया ने कहा, "इस मामले को सीबीआई को सौंपने की जरूरत नहीं है। हमें एसआईटी पर पूरा भरोसा है।" 

सीएम सिद्धारमैया ने राज्य में पिछले कांग्रेस शासन के दौरान सीबीाई को भेजे गए कुछ मामलों का हवाला देते हुए पूछा, "क्या इन मामलों में किसी को दंडित किया गया?" उन्होंने आगे कहा, "हमारी सरकार कानूनी कार्यवाही और जांच में हस्तक्षेप नहीं करती है। एसआईटी सही तरीके से जांच कर रही हैं। न तो अब और न ही पहले हमने कभी पुलिस को कानून के खिलाफ कुछ करने का निर्देश दिया है। हालांकि, इस मामले में सीबीआई जांच की जरूरत नहीं है।"

सिद्धारमैया ने आगे कहा, "नियम के अनुसार, एसआईटी का गठन किया गया है। हमें अपने पुलिस अधिकारियों पर भरोसा है। वे सच ढूंढ निकालेंगे।" मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि न ही वो और न ही डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार इस जांच में शामिल है।