दिल्ली में शिक्षकों को विदेश में ट्रेनिंग पर भेजने को लेकर दिल्ली सरकार और उपराज्यपाल वीके सक्सेना के साथ चल रही खींचतान के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह चाहते हैं कि शहर के सरकारी स्कूल दुनिया में सबसे अच्छे हों ताकि विदेश से छात्र यहां शिक्षा के लिए आएं।

विदेशों में ट्रेनिंग के लिए गए शिक्षकों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने उनसे कहा कि वह उन्हें विदेश भेजते रहेंगे और उन्हें दिल्ली और देश के लोगों का समर्थन प्राप्त है। सीएम केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग इसे खर्चा मानते हैं, लेकिन यह निवेश है।

शिक्षकों सर्वश्रेष्ठ ट्रेनिंग देना चाहिए- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे लगता है कि आप चार पुल कम और चार सड़कें कम बना सकते हैं, लेकिन हमें अपने शिक्षकों को सर्वश्रेष्ठ मौका और ट्रेनिंग देना चाहिए। वे छात्रों को तैयार करेंगे जो भविष्य में सड़कें और पुल बनाएंगे।

कुछ लोग उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे- अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि कुछ लोग उन्हें बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि अच्छा काम करने वालों को नीचा दिखाने की प्रवृत्ति है। ऐसे लोग हैं जो हमारे अच्छे काम को देखते हैं और जलन महसूस करते हैं। वे हमें बदनाम करना चाहते हैं। लेकिन मुझे दलगत राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है।

उन्होंने कहा कि अगर कोई बीजेपी वाला या कांग्रेस वाला देश में कहीं शिक्षा व्यवस्था सुधारना चाहता है तो मैं मनीष सिसोदिया को कुछ दिनों के लिए कर्ज दे दूंगा। हम पूरे देश की शिक्षा प्रणाली में सुधार करना चाहते हैं। केजरीवाल ने कहा कि उनकी सरकार का उद्देश्य शिक्षकों को सीखने का बेहतर अनुभव देना है।