राजस्थान में जन आक्रोश यात्रा पर भाजपा का यू टर्न
जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा कि राज्य सरकार के खिलाफ पार्टी की जन आक्रोश सभाएं अभी यथावत रहेंगी। इससे पहले दिन में पूनियां ने एक ट्वीट कर कहा था कि पार्टी की जनाक्रोश यात्रा को कोविड की सामान्य सावधानी एवं निर्देशों को देखते हुए जनहित में आगामी समय तक स्थगित किया गया है। हालांकि शाम को पूनियां ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश में स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि अब चूंकि जन आक्रोश सभाएं होनी हैं जो 41 विधानसभा क्षेत्र में संपन्न हो गईं। चूंकि केंद्र व राज्यों का परामर्श अभी जारी नहीं हुआ है कुछ असमंजस था। असमंजस यात्राओं को स्थगित करने को लेकर था। लेकिन हमारी जो जनसभाएं हैं ... मैं निवेदन करना चाह रहा हूं कि वो यथावत रहेंगी। उन्होंने कहा कि कुछ संशय था जो हमारे जिला अध्यक्ष व पार्टी के पदाधिकारी दूर कर लें.। हमारी जनाक्रोश सभाएं यथावत रहेंगी। ये जरूरी है कि कोरोना की सावधानी हमें रखनी है कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन करना है। और इस लिहाज से हमें इन सभाओं को आगे तक इसी तरह जारी रखना है जब तक केंद्र व राज्य की कोई एडवाइजरी जारी नहीं होती।
पूनियां के अनुसार कांग्रेस पार्टी की राज्य सरकार के कुशासन जंगलराज और भ्रष्टाचार के विरूद्ध एक दिसंबर से 14 दिसंबर तक भारतीय जनता पार्टी की जन आक्रोश यात्राएं संपन्न हुई हैं। इस यात्रा के दौरान हमने दो करोड़ लोगों से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से संपर्क किया है। एक लाख किलोमीटर से भी ज्यादा हम लोग चले हैं और 92 लाख पर्चे बांटे हैं व 14 लाख लोगों की शिकायतों को हमने संकलित किया है। उन्होंने कहा कि इस लिहाज से इन यात्राओं को राज्य सरकार के खिलाफ बड़ी मजबूती से स्थापित किया है। उल्लेखनीय है कि भाजपा ने राजस्थान सरकार के चार साल पूरे होने पर जन आक्रोश यात्रा की शुरूआत की थी। इसकी औपचारिक शुरुआत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक दिसंबर को जयपुर में की।