नई दिल्ली । आम आदमी पार्टी सरकार की नई शराब नीति के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में मोर्चा खोल दिया है। इस कड़ी में शराब के नए खुल रहे ठेकों के विरोध में सोमवार सुबह से दिल्ली में जारी भाजपा के प्रदर्शन के चलते कई जगहों पर भीषण जाम लग गया है। चक्का जाम के तहत सुबह नौ बजे से ही भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर गए। इसके चलते दिल्ली में 15 जगहों पर जाम लग गया है। इससे वाहन चालकों को बहुत दिक्कत आ रही है। आइटीओ चौराहे पर प्रदर्शन और चक्का जाम के कारण विकास मार्ग पर मध्य दिल्ली की ओर आने वाली लेन पर तकरीबन 5 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। 

सोमवार सुबह चौधरी ब्रह्म प्रकाश चौक पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने चक्का जाम किया, इस दौरान परेशान लोग बसों के ऊपर चढ़ गए।उधरदिल्ली मे शराब की दुकानों को बंद करने की मांग को लेकर भाजपा द्वारा चक्का जाम के कारण एनएच-9 के अक्षरधाम के पास वाहनों की लंबी कतार  लग गई और इसके चलते नोएडा-दिल्ली रोड पर भी भीषण जाम लग गया।

प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ताओं ने कई जगह सड़कों पर खड़ी बसों के टायरों के हवा निकाल दी। इसके कारण भी कई जगहों पर जाम लग गया।साउथ एक्सटेंशन इलाके में दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन के कारण रिंग रोड पर जाम गया। 

सिग्नेचर ब्रिज पर भी भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले की तरफ से चक्का जाम किया गया है। इसकी वजह से वजीराबाद रोड भी जाम लग गा है।बता दें कि इन सभी स्थानों से बड़ी संख्या में वाहन गुजरते हैं, ऐसे में पीक आवर होने के चलते जाम लग गया।  इसके साथ ही सुबह नौ बजे से 11 बजे तक का समय व्यस्ततम समय है। ऐसे में यातायात जाम लगने की पूरी संभावना पहले से ही जताई जा रही थी और हुआ भी ऐसी ही।

पीक आवर दौरान ड्यूटी पर जाने वाले अधिकतर लोग गुजरने हैं, जिससे उन्हें परेशानी हो रही है। पूर्व में ही इन जगहों से होकर गुजरने वाले वाहन चालकों और यात्रियों को सलाह दी गई है कि इन स्थानों से बचकर निकलें या चक्का जाम खत्म होने के बाद ही इन इलाकों से होकर गुजरें।वहीं, भारतीय जनता पार्टी के चक्का जाम को लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा वाले नई आबकारी नीति से बौखलाए हुए हैं क्योंकि अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली में 3500 करोड़ रुपये की कर चोरी रोक दी है। यह पैसा अब जनता के काम के लिए सरकार को मिल रहा है। पहले यह पैसा बीजेपी नेताओं और शराब माफिया की जेब में जाता था।