Ahmedabad: उमेश पाल अपहरण केस में पहले सजा और हत्याकांड में पूछताछ का शिंकजा। खुद अतीक ने कभी सपने में नहीं सोचा होगा कि उमेश पाल से जुड़े मामलों में कभी ऐसी नौबत आएगी कि उसकी जान पर बन आएगी। न चाहते हुए भी गुजरात की हाई सिक्योरिटी जेल में बंद माफिया अतीक महज दो हफ्ते में दूसरी बार अहमदाबाद से प्रयागराज के लिए रवाना होना पड़ा। जेल से निकलने पर अतीक ने एक बार फिर जान को खतरा बताते हुए आशंका व्यक्त की और कहा सुप्रीम कोर्ट ने कहा है वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेश करो, लेकिन यूपी पुलिस ऐसा नहीं कर रही है। इनकी नीयत ठीक नहीं है। जाहिर है यूपी की जेलों में अपना राज चलाने वाला माफिया साबरमती में रहना चाहता है, लेकिन अब इसकी संभावना काफी कम कि अतीक अहमद की साबरमती जेल में वापसी हो।

नहीं चली बहानेबाजी

जेल अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार अतीक अहमद ने जेल के अंदर भी वीडियो कांफ्रेंसिंग कोर्ट में पेश करने की दलील थी। वह नहीं चाहता था कि उसे फिर सड़क मार्ग से प्रयागराज ले जाया जाए। जेल में कागजी कार्रवाई के बाद आखिर में अतीक के स्वास्थ्य की जांच की गई। जेल के डॉक्टर ने जैसे ही ग्रीन सिग्नल दिया और अतीक को ट्रैवल करने के योग्य बताया। इसके बाद फिर माफिया की एक नहीं चली। 26 मार्च के बाद 11 अप्रैल को महज 16 दिन में ही उसे दूसरी बार प्रयागराज के लिए रवाना होना पड़ा। जेल अधिकारियों के अनुसार कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद अतीक अहमद को यूपी पुलिस को सौंपा गया। 29 मार्च को प्रयागराज से लौटने पर अतीक अहमद को चक्कर आया था। तब उसकी गहन जांच की गई थी।

क्या साबरमती में होगी वापसी?

अतीक अहमद चाहता था कि जिस तरह से उमेश पाल अपहरण केस में उसे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए साबरमती जेल से पेश किया जाता था। उसी तरीके हत्याकांड में उसकी कोर्ट में पेशी हो। उमेश पाल का 28 फरवरी 2006 को अपहरण हुआ था। इसका आरोप अतीक अहमद और उसके साथियों पर लगा था। 28 मार्च को प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने अतीक अहमद को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनायी थी। सूत्रों के अनुसार साबरमती जेल में अब अतीक अहमद की जल्दी वापसी नहीं होगी। जब इस बारे में साबरमती जेल के अधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला न्यायालय के आधाीन है। कुछ भी नहीं कह सकते हैं। तो वहीं दूसरी ओर अगर यूपी सरकार की अर्जी पर अतीक अहमद की जेल बदलने के पक्ष में फैसला आता है तो फिर अतीक को तिहाड़ या फिर प्रयागराज की नैनी में रखा जा सकता है। उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार अतीक अहमद की जेल बदलने पर विचार कर रही है। संभावना है कि अगले कुछ दिनों में सुप्रीम कोर्ट में सरकार की अर्जी पर सुनवाई हो।