बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री कुछ ही दिनों में गुजरात के अहमदाबाद, सूरत और राजकोट में दिव्य दरबार लगाने जा रहे हैं। उनके इसी दौरे के चलते दिव्य दरबार का विरोध देखा जा रहा है। इसको देखते हुए सूरत के हीरा कारोबारी ने बाबा को चुनौती भी दे डाली है। हीरा व्यापारी ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर मुझे उनके दिव्य दरबार में आमंत्रित किया जाए तो मैं पॉलिश किए हुए हीरों का एक पैकेट ले जाऊंगा और अगर वह मुझे बताएंगे कि इसमें कितने पॉलिश किए हुए हीरे हैं, तो मैं हीरों का वह पैकेट उनके चरणों में अर्पित करूंगा और उनकी दैवीय शक्ति को स्वीकार करूंगा।

बागेश्वर सरकार के दरबार का करेंगे विरोध

व्यापारी ने कहा कि 22 तारीख से वे गुजरात में धीरेंद्र शास्त्री के दिव्य दरबार का विरोध करने जा रहे हैं। बागेश्वर सरकार उर्फ ​​धीरेंद्र शास्त्री का दिव्य दरबार 26 व 27 मई को सूरत में होने वाला है। व्यापारी ने कहा कि इस दरबार में चमत्कार, अंधविश्वास और उनकी दैवीय शक्ति के बारे में बताया जाता है, जिसका वो खुलकर विरोध करेंगे।

कार्यक्रम रद्द करने की मांग

व्यापारी ने कहा कि इतने लोग उनके दिव्य दरबार में आ रहे हैं तो सरकार भी उन्हें प्रोत्साहित कर रही है, लेकिन हम सरकार को पत्र लिखने जा रहे हैं। व्यापारी ने कहा कि हम प्रत्येक जिले में कलेक्टर को आवेदन देकर सूरत, अहमदाबाद और राजकोट में दिव्य दरबार की स्वीकृति को रद्द करने का आवेदन देंगे।

लोग नहीं करेंगे स्वीकार

उन्होंने आगे कहा कि गुजरात के लोगों ने ऐसे अंधविश्वासों और दैवीय चमत्कारों को न कभी स्वीकार किया है और न कभी मानेंगे। ऐसे कई बाबा गुजरात आए। पहले धबूड़ी मां के नाम की भी चर्चा होती थी, लेकिन आज गुजरात की जनता ने उनकी निंदा की है। हीरा व्यापारी ने कहा कि गुजरात के लोग जलाराम और बापा सीताराम जैसे संतों को आदर्श संत मानते हैं, क्योंकि उन्हें ऐसे दिव्य दरबार और ऐसे चमत्कार की कभी जरूरत नहीं पड़ी।