मुकेश दाधीच बोले- राजवी अविलंब मांगे माफी
जयपुर । पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोंसिंह शेखावत के दामाद व विद्याधर नगर से भाजपा के मौजूदा विधायक नरपत सिंह राजवी का टिकट कटने के बाद से ही बवाल मचा हुआ है साथ ही बयानबाजी तेज हो गई है टिकट कटने से नाराज राजवी ने भाजपा प्रत्याशी दीया कुमारी और पार्टी नेतृत्व पर सवाल उठाए थे. वहीं, राजवी के बयान पर भाजपा उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा राजवी को अपने बयान पर माफी मांगे. आगे उन्होंने कहा कि आज वो जिस बंगले में रहते हैं, कभी वहां से भी हजारों टिकट काटे गए थे. खैर, राजवी ने सोची समझी रणनीति के तरह बयान दिया है।
प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि बहुत दर्द होता है, जब उंगली या फिर टिकट कटता है विद्याधर नगर के विधायक नरपत सिंह राजवी ने एक सोची समझी रणनीति के तहत बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जयपुर रियासत के लोग मुगलों के साथ थे. यह बयान एक पॉलिटिकल बयान है. ये पूरी तरह से उनकी सोची समझी रणनीति को दर्शाता है. दाधीच ने आगे कहा कि जिस विरासत से राजवी आते हैं और जिस विरासत ने राजस्थान की सियासत को लंबे समय तक चलाया हो, अगर उसका वो अपने आप को उत्तराधिकारी मानते हैं तो उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था। दाधीच ने कहा कि विरासत तो राजस्थान में और भी कई लोगों के रहे, चाहे फिर ललित किशोर चतुर्वेदी हो, रघुवीर सिंह कौशल या फिर जगदीश माथुर, भंवर लाल शर्मा हो इन सभी की विरासत रही है और ये सभी समकालीन नेता है, जो भैरोंसिंह शेखावत के साथ काम किए. खैर, उन्हें विरासत में कुछ नहीं मिला. जबकि आपको बहुत कुछ मिला है. हम जैसे लाखों कार्यकर्ताओं के अधिकार भी आपको मिले, लेकिन हमने कभी इस प्रकार की सियासत नहीं की।मुकेश दाधीच ने राजवी को निशाने पर लेते हुए कहा कि जिस बंगले में आज आप रह रहे हो, उस बंगले से हजारों नेताओं के टिकट काटे गए. इसके गवाह आप स्वयं रहे हैं. इसके बाद भी अगर आप अपने बयान पर कायम है तो हम आगे कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन जिस प्रकार से आप ने अपने बयान से यू टर्न लिया है तो आपको सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। टिकट कटने से नाराज राजवी ने दीया कुमारी को लेकर बयान दिया था उन्होंने कहा था कि पता नहीं मुगलों के आगे घुटने टेकने और महाराणा प्रताप के खिलाफ लडऩे वाले परिवार पर पार्टी भला मेहरबान क्यों है? उन्हें उतार कर पार्टी क्या हासिल करना चाहती है. वहीं, उनके बयान पर बवाल मचा तो राजवी अपने इस बयान से पलट गए और उन्होंने एक पत्र जारी कर कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया।