नई दिल्ली। राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ विपक्षी इंडिया गठबंधन द्वारा दिए गए अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस पर सरकार और विपक्ष के बीच सियासी टकराव तेज हो गया है। इस मुद्दे पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष को जमकर आड़े हाथों लिया।

रिजिजू ने विपक्ष पर साधा निशाना 

संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि 72 साल बाद एक किसान का बेटा उपराष्ट्रपति बना है और पूरे देश ने देखा कि उन्होंने सदन की गरिमा को किस तरह से बनाए रखा है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि हम सोनिया गांधी और जॉर्ज सोरोस का रिश्ता नहीं जोड़ रहे, यह दुनिया कह रही है। विपक्ष भारत विरोधी तत्वों के साथ खड़ा रहता है। उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ जैसा चेयरमैन मिलना दुर्लभ है। रिजिजू के भाषण के दौरान विपक्षी सदस्य सदन को चलने दो के नारे लगाते रहे। विपक्ष ने धनखड़ पर पक्षपातपूर्ण व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी भूमिका उच्च सदन की निष्पक्षता के लिए उपयुक्त नहीं है। इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री एवं जेडीएस के राज्यसभा सदस्य एचडी देवगौड़ा ने भी विपक्ष की आलोचना की और अविश्वास प्रस्ताव को अनुचित बताया। इस तीखी बहस के बाद राज्यसभा की कार्यवाही पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए और उसके बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।