ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन, कनाडा सहित अन्य देशों का वीजा और टिकट दिलाने के नाम पर भारत, नेपाल और बांग्लादेश के 100 से ज्यादा लोगों से 20 करोड़ ठगने वाले गिरोह का साइबर थाना पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने महिला मास्टरमाइंड सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

ऑस्ट्रेलिया, यूक्रेन, कनाडा सहित अन्य देशों का वीजा और टिकट दिलाने के नाम पर भारत, नेपाल और बांग्लादेश के 100 से ज्यादा लोगों से 20 करोड़ ठगने वाले गिरोह का साइबर थाना पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस ने महिला मास्टरमाइंड सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

आरोपियों की पहचान चीनू कथूरिया उर्फ अदिति उर्फ विक्रम रावत उर्फ रूपाली वर्मा उर्फ प्रिया शर्मा (45), पति नीरज कथूरिया (47) और साझेदार बलराज किशोर उर्फ पंकज उर्फ साहिल उर्फ अभय उर्फ मनोज चौधरी (40) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 13 लाख रुपये, 11 मोबाइल, 12 पासबुक, 27 एटीएम और कार बरामद की है। चार-पांच साल से आरोपी वारदात अंजाम दे रहे थे।

पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त घनश्याम बंसल ने बताया कि 12 मार्च को टैगोर गार्डन निवासी मिराज कुमार ने वीजा और टिकट के नाम पर 20.33 लाख ठगे जाने की शिकायत साइबर थाने को दी थी। उन्हें ऑस्ट्रेलिया जाना था। फेसबुक पर उन्होंने विज्ञापन देखकर नीरज और अदिति से संपर्क किया। दोनों ने मिराज को फर्जी वीजा और टिकट थमाकर रकम ऐंठ ली।

मामला दर्ज कर एसीपी रविंद्र अहलावत और इंस्पेक्टर दीपक छिल्लर ने जांच शुरू की। ठगी की रकम जिन खातों में आई थी, उनकी पड़ताल के बाद पुलिस सूरज विहार, द्वारका पहुंची। यहां से पुलिस ने दंपती को दबोच लिया, जबकि बलराज को महावीर एंक्लेव से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने अदिति के दफ्तर की तलाशी ली तो वहां से 13 लाख रुपये व अन्य सामान बरामद हुआ। सोशल मीडिया पर दर्जनों फर्जी अकाउंट बनाकर फंसाते थे

आरोपियों ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर दर्जनों फर्जी अकाउंट बनाए हुए थे। इन पर यह विदेश भेजने और वीजा टिकट दिलवाने का झांसा देते थे। अदिति लोगों को फंसाती थी। पति नीरज ठगी की रकम को मैनेज करने के लिए बैंक खातों और सिमकार्ड का इंतजाम करता था। बलराज फर्जी वीजा और टिकट का इंतजाम करता था। आरोपियों ने 20 करोड़ से ज्यादा रकम ठगी है। आरोपी नेपाल, भारत और बांग्लादेश के लोगों को फंसाते थे। रुपये ऐंठने के बाद आरोपी नंबर बंद करने के अलावा बैंक खातों को भी बंद कर नए खोल लिया करते थे।