मैसूरु । कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि मंत्रिमंडल की पहली बैठक में कांग्रेस की पांच गारंटी को सैद्धांतिक तौर पर मंजूरी दी है। इसके तरह कर्नाटक के सभी घरों को 200 यूनिट फ्री बिजली (गृह ज्योति) दी जाएगी। इधर कर्नाटक में कांग्रेस सरकार के इस फैसले के साथ ही इलेक्ट्रिक स्टोव और इंडक्शन की डिमांग बढ़ गई है। 200 यूनिट बिजली फ्री होने के बाद लोग हाई गुड्स शोरूम में उमड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों से इलेक्ट्रिक कुकटॉप्स की असामान्य मांग देखी जा रही है।
कर्नाटक में कांग्रेस सरकार ने 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने का वादा किया है। कांग्रेस चुनावी गारंटी लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। कर्नाटक के पुराने मैसूर क्षेत्र में हजारों परिवार एलपीजी से चलने वाले चूल्हों से बिजली के चूल्हों को बदल रहे हैं, ताकि उनका एलपीजी का खर्च कम हो। प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक एलपीजी रिफिल सिलेंडर की बढ़ती कीमत थी, जिसकी कीमत पिछले पांच वर्षों में तीन गुना से अधिक हो गई है। शनिवार को राज्य प्रशासन की बागडोर संभालने के बाद सीएम सिद्धारमैया की अध्यक्षता में पहली कैबिनेट बैठक मुफ्त बिजली योजना के कार्यान्वयन की घोषणा भी एक थी।
विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत हासिल करने के लिए कांग्रेस ने भाजपा को हराने के लगभग 10 दिनों के बाद सैकड़ों ग्रामीण इस उम्मीद में बिजली के मीटर रीडरों को दूर कर रहे हैं कि उन्हें 200 यूनिट मुफ्त बिजली का भुगतान नहीं करना पड़ेगा। चामराजनगर जिले के होन्नूर के होन्नूर प्रकाश ने मीडिया को बताया कि जब सरकार ने 200 यूनिट मुफ्त बिजली की घोषणा की तो चामुंडेश्वरी विद्युत आपूर्ति निगम (सीईएससी) ग्राहकों के लिए बिल क्यों जारी कर रही है? हम मीटर रीडर को अपने गांव में नहीं आने दे रहे हैं।