मुंबई। महाराष्ट्र भाजपा ने 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बागी तेवर दिखा रहे अपने 40 स्थानीय स्तर के पदाधिकारियों को बुधवार के दिन निष्कासित कर दिया। इस कार्रवाई को लेकर पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि जिन लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया गया है, उनमें वे विद्रोही भी शामिल हैं जिन्होंने पार्टी या सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ नामांकन दाखिल किया था। उन्होंने कहा कि अन्य लोगों को बागी नेताओं का समर्थन करने के लिए कार्रवाई का सामना करना पड़ा।

कार्रवाई से पहले बीजेपी ने दी थी चेतावनी
रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वह विद्रोह या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगी। इससे पार्टी को भारी नुकसान हो सकता है। राज्य भाजपा प्रमुख चन्द्रशेखर बावनकुले ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को पार्टी लाइन से इतर जाने पर निष्कासन का सामना करने का स्पष्ट संकेत दिया था। लेकिन बार बार की चेतावनी के बावजूद बागी तेवर जब नहीं रुके तब आखिरकार राज्य भाजपा कार्यालय सचिव मुकुंद कुलकर्णी ने निष्कासन आदेश जारी किया। भाजपा ने बागियों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है, इसलिए अब सहयोगी दल शिवसेना और राकांपा पर भी पार्टी के बागियों के खिलाफ एक्शन लेने का दबाव बन गया है।

राकांपा ने जारी किया घोषणापत्र
बता दें कि, महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार की अगुवाई वाली राकांपा बुधवार को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया। इसमें ''लाडकी बहिन' योजना के तहत अजीत पवार मासिक सहायता फाइल फोटो राशि 1,500 रुपये से बढ़ाकर 2,100 रुपये करने का वादा किया गया है। राकांपा ने किसानों के लिए शेतकरी सम्मान निधि योजना के तहत सहायता राशि 12 हजार रुपये से बढ़ाकर 15 हजार रुपये सालाना करने का वादा किया है।