ग्वालियर ।   सीबीएसई की कक्षा 10वीं एवं 12वीं परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू हो चुकी हैं। वही मा.शि.म. की परीक्षाएं शुरू होने में सिर्फ 11 दिन शेष हैं। इसके चलते विद्यार्थी देर रात तक पढ़ाई करने में जुटे हैं। वहीं शादियों सहित अन्य आयोजनों में बजने वाले डीजे व लाउडस्पीकर देर रात तक शोर मचाकर छात्रों की पढ़ाई में खलल डाल रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासनिक अधिकारी चुप्पी साधे बैठे हुए हैं। सवाल है देर रात तक डीजे के शोर-शराबे से भी प्रशासन की नींद क्यों नहीं टूट रही। शहर भर में शादी-समारोह में देर राज तक डीजे का शोर जारी रहता है। सिटी सेंटर, सचिन तेंदुलकर मार्ग, थाटीपुर, गोले का मंदिर, लश्कर और मुरार के क्षेत्र में स्थित मैरिज गार्डनों में डीजे रात तक बजते हैं। इनकी आवाज इतनी तेज होती है कि इनका शोर एक किमी दूर तक सुनाई देता है। गौरतलब है कि शहर में होने वाले यह आयोजन शोर मचाते हुए कई सरकारी दफ्तरों के बाहर से भी गुजरती है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों के कान पर जू तक नहीं रेंगती।नियमों की ताक पर रखे हैं सैकड़ों मैरिज गार्डन: शहर में 500 से ज्यादा मैरिज गार्डन और धर्मशालाएं हैं। जिसमें से कई तो ऐसे है जिनके पास मैरिज गार्डन की अनुमति भी नहीं है। नियमों की बात करें तो प्रशासन के निर्देशों के अनुसार रात 10 बजे के बाद तेज आवाज में गाने बजाना, शोर करना प्रतिबंधित है और 75 डेसीबल से ऊपर की आवाज को शोरगुल माना जाता है। लेकिन यह नियम शहर के मैरिज गार्डनों पर लागू नहीं होते हैं। यहां से निकलने वाला कोलाहल आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को न तो चैन से सोने देता है और न बोर्ड परीक्षा के छात्रों को पढ़ने देता है।

67 हजार छात्र और देंगे

परीक्षा माशिमं की परीक्षाओं में कुल 53 हजार छात्र शामिल होंगे। इसमें 27 हजार 442 छात्र सिर्फ 10वीं के और 25 हजार 746 छात्र 12वीं के हैं। इसके अलावा सीबीएसई के 15 हजार छात्र 15 फरवरी से बोर्ड की परीक्षाएं दे रहे हैं।

इन्होने कहा 

मेरा बेटा 10वीं में है। छात्र परीक्षा के पहले दिन-रात एक कर के तैयारी करना चाहते हैं। ऐसे में डीजे का शोर छात्रों को एकाग्रचित नहीं होने देता है। प्रशासन इस ओर ध्यान दे। मुकेश सिंह, सिटी सेंटर मेरी 12वीं की परीक्षाएं दो मार्च से शुरू होना है। दिन से अधिक बेहतर हम रात में पढ़ पाते हैं। रात 10 बजे के बाद भी डीजे का शोर होता है। पहले तो प्रशासन डीजे पर रोक लगवा देता था, पता नहीं इस बार अभी क्यों नहीं रोक लगाई।

हरिओम सिंह

सीएम राइज शा. माडल उमा स्कूल छात्रों की परीक्षाओं की तैयारी में व्यवधान उत्पन्न न हो, इसलिए पत्र के माध्यम से जिला कलेक्टर को कोलाहल से होने वाली समस्या के बारे में अवगत करवाया है। उम्मीद है जल्द ही इस पर प्रशासन द्वारा रोक लगाई जाएगी।

अजय कटियार, जिला शिक्षा अधिकारी